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Wednesday, June 16, 2010

देश में प्रमुख आतंकी संगठन

इंडियन मुजाहिद्दीन का परिचय
कई संगठनों का मिलाजुला रूप इंडियन मुजाहिद्दीन देश में जड़ें जमाए कई संगठनों का मिलाजुला रूप है। इन संगठनों में स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट्स ऑफ इंडिया (सिमी), पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और बांग्लादेश स्थित हरकत उल जिहाद-ए-इस्लामी (हूजी) से जुड़े आतंकी शामिल हैं।

लश्कर-ए-तैयबा का परिचय
दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा आतंकवादी संगठन
लश्कर-ए-तैयबा दक्षिण एशिया का अति सक्रिय व बहुत बड़ा आतंकवादी संगठन है। इस संगठन की स्थापना मोहम्मइ सईद ने अफगानिस्तान के कुनर प्रांत में की थी। वर्तमान में लश्कर-ए-तैयबा लाहौर और पाकिस्तान में स्थित है और पाक अधिकृत कश्मीर में इसके बहुत सारे मिलिटेंट कैंप हैं। लश्कर-ए-तैयबा ने भारत के खिलाफ बहुत सारी आतंकी वारदातों को अंजाम दिया है। इस संगठन का लक्ष्य कश्मीर से भारत का आधिपत्य समाप्त करना है। लश्कर के कुछ सदस्यों पर मुशर्रफ की नीतियों के खिलाफ, विशेषकर करांची में हमले करने के आरोप भी लगे हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, ऑस्ट्रेलिया, भारत और पाकिस्तान ने इस संगठन को प्रतिबंधित किया हुआ है। कुछ खुफिया एजेंसियों के अनुसार पाकिस्तान द्वारा लगाए गए प्रतिबंध से बचने के लिए लश्कर-ए-तैयबा ने २००२ में अपना नाम बदलकर जमात-अल-दवात रख लिया है।

इसलामिक हुजी का परिचय
१९८० में हुई थी स्थापना
आतंकी संगठन हरकत-उल-जिहाद-ए-इसलामी की स्थापना १९८० में की गई। दो पाकिस्तानी संग्ठन जमात-उल-उलेमा-ए-इसलामी (जुल) और तबलीग-ए-जमात(तीज) को मिलाकर हुजी का गठन हुआ।

हिजबुल मुजाहिद्दीन का परिचय
खूखांर आतंकी संगठन है हिजबुल
आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन की स्थापना १९८९ में पाकिस्तान में हुई थी। वर्तमान में यह पाकिस्तान व पाक अधिकृत कश्मीर से आतंवादी गतिविधियों को संचालित करता है और भारत प्रशासित कश्मीर में अति सक्रिय है। संगठन अपने आप को स्वतंत्रता सेनानी मानता है जबकि भारव व दूसरे मुल्कों की नजरों में यह एक खूंखार आतंकवादी संगठन है। हिजबुल मुजाहिद्दीन का मुख्यालय पाक अधिकृत कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद में है। ऐसा माना जाता है कि पाकिस्तानी खूफिया एजेंसी आईएसआई के उकसाने पर आतंकवादी संगठन अल-बदर से अलग होकर कुछ आतंकवादियों ने पृथक हिजबुल मुजाहिद्दीन संगठन की नींव रखी थी। वर्तमान समय में इस संगठन का मुखिया सईद सलाउद्दीन है। ३० नवंबर २००५ को यूरोपीय यूनियन की आतंकवादी संगठनों की सूची में हिजबुल मुजाहिद्दीन को भी शामिल किया गया। संयुक्त राष्ट्र ने भी आतंकवादी संगठन के रूप में इसकी घोषणा कर चुका है। यूरोपीय यूनियन के सदस्यों ने इस संगठन को आर्थिक मदद और दूसरे अन्य सामान मुहैया कराने पर पाबंदी लगाई हुई है। वर्तमान में हिजबुल मुजाहिद्दीन कश्मीर से संचालित सबसे बड़ा आतंकवादी संगठन है। इसके साथ ही दोनों ओर के कश्मीर से इसे जबरदस्त समर्थन प्राप्त है। यही कारण है कि हिजबुल मुजाहिद्दीन कश्मीर का सबसे सक्रिय आतंकवादी संगठन बन गया है। संगठन का नाम- हिजबुल मुजाहिद्दीन संक्षिप्त नाम- एचएम स्थापना वर्ष- १९८९ मुख्यालय- मुजफ्फराबाद सदस्य संख्या- १५०० मुखिया- सईद सलाउद्दीन इलियास पीर साहिब प्रभावी क्षेत्र- पुंछ, रजौरी और डोडा जिले। दूसरे नेता- मास्टर अहसान धर, गुलाम रसूल शाह इलियास इमरान राही, अब्दुल हमीद बट्ट इलियास बॉम्बर खान, मुस्तफा खान। संगठन स्वरूप- जिहादी

लश्कर-ए-कहर का परिचय
आतंक की दुनिया में सबसे नया नाम
लश्कर-ए-कहर से दुनिया उस समय रू-ब-रू हुई जब इस आतंकवादी संगठन ने ११ जुलाई २००६ में मुंबई की लोकल ट्रेन में हुए सात बम विस्फोटों की जिम्मेदारी ली। हालांकि यह संगठन बहुत ही छोटा है और आतंकवादी संगठनों में सबसे नया नाम है। लेकिन इस संगठन के तार अल-कायदा और लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हुए हैं। भारतीय खूफिया एजेंसी का मानना है कि लश्कर-ए-कहर एक फर्जी संगठन है और इसका कोई अस्तित्व है।

जैश ए मोहम्मद का परिचय
२००० में हुई थी स्थापना
जम्मू-कश्मीर में सक्रिय तमात आतंकवादी संगठनों में सबसे नया आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद सबसे नया है। इसकी स्थापना फरवरी २००० में की गई। जैश-ए-मोहम्मद का मुखिया मसूद अजहर है जिसे दिसंबर १९९९ में इंडियन एयरलाइंस के अपहरण के बाद भारत सरकार ने दो दूसरे चरमपंथियों के साथ रिहा कर दिया। इस संगठन में हरकत-उल-मुजाहिद्दीन और हरकत-उल-अंसार के कई चरमपंथी शामिल हैं। खुद मौलाना मसूद अजहर हरकत-उल-अंसार का महासचिव रह चुका है और उसके हरकत-उल-मुजाहिद्दीन से भी संपर्क रहे हैं। उसे १९९४ में श्रीनगर में गिरफ्तार किया गया था। लेकिन १९९९ में अफगानिस्तान के कंधार में उसकी रिहाई के बाद वो पाकिस्तान में नजर आया। तभी से उसने मृतप्रायः हरकत-उल-अंसार में जान फूंकने की कोशिश की। हालांकि पाकिस्तान में रहकर मौलाना मसूद अजहर के अपने संगठन में जैश-ए-मोहम्मद के गतिविधियां चलाने से अंतरराष्ट्रीय समुदाय में पाकिस्तान को शर्मिंदगी उठानी पड़ी है क्योंकि विमान अपहरण की घटना से मौलाना अजहर पहले से ही काफी सुर्खियों में आ गया था।

इंडियन मुजाहिद्दीन का परिचय
कई संगठनों का मिलाजुला रूप
इंडियन मुजाहिद्दीन देश में जड़ें जमाए कई संगठनों का मिलाजुला रूप है। इन संगठनों में स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट्स ऑफ इंडिया (सिमी), पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और बांग्लादेश स्थित हरकत उल जिहाद-ए-इस्लामी (हूजी) से जुड़े आतंकी शामिल हैं।

अहले हदीज का परिचय
पाक में लश्कर की स्थापना करने वाला संगठन
अहले हदीज चरमपंथी इस्लामी संगठन है। यह इस्लाम के बहावी मत को मानता है। ऐसा माना जाता है कि अहले हदीज ने ही दहशत और खौफ का पर्याय बन चुके आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की पाकिस्तान में स्थापना की थी। गौरतलब है कि लश्कर भारत में हुई कई बड़ी आतंकी वारदातों की जिम्मेदारी ले चुका है। अहले हदीज के कई कार्यकर्ता ‘सिमी’ के कैडर माने जाते हैं। वहीं, अहले हदीज से जुड़े लोगों ने भी कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया

‘सिमी’ का परिचय
१९७७ में ‘सिमी’ की स्थापना
सिमी (स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया)भारत में प्रतिबंधित संगठन है। केंद्र सरकार ने इसे आतंकवादी संगठन मानते हुए वर्ष २००१ से प्रतिबंधित कर रखा है। सिमी की स्थापना अलीगढ़ मुसलिम विश्वविद्यालय के कुछ छात्रों ने १९७७ में की थी। इसका घोषित उद्देश्य भारत को इस्लामिक राष्ट्र में बदलना है। इस काम के लिए यह संगठन हिंसा या जोर-जबरदस्ती को गलत नहीं मानता।

(साभार अमर उजाला)

6 comments:

माधव( Madhav) said...

ban all such org

Anonymous said...

ब्लोग जगत के आतंकियों के नाम शामिल किये बिना सूची अधूरी है जी

सच का बोलबाला, झूठ का मुँह काला said...

@ब्लोग जगत के आतंकियों के नाम शामिल किये बिना सूची अधूरी है जी


यहां तो लोग पहले ही चंडाल चौकड़ियाँ बनाकर धर्म के नाम नफरत फैला रहे हैं. लखनऊ ब्लोगर एसोसियेशन के कुछ सदस्य ब्लोगरों ने तो ब्लोग जगत में सडांध फैला रखी है जी, विश्वास न हो तो असलम कासमी, जमाल, सलीम, एजाज और उसके साथियों की पोस्टें देख लो जी

पी.सी.गोदियाल "परचेत" said...

एन्डरसन को भगाने वाले गिरोह को भी इस आतंकवादी सूची में डाला जाना चाहिए था !साथ ही वोट बैंक भी एक आतंकवादी संघठन ही है जो बुलेट की बजाये बैलेट से आतंक को कानूनी जन्म देता है !

Anonymous said...

sir je is aatankwadiyo ke list se pta chalta hi ke hamare desh ko aane wale smay me inse se kaphi alert rahna hoga.............nahi to hamare desh ko gambhir smasya se gujrni paregi...........................................sir je ek baat aur aaj hamara desh naksliyo se jujh raha hi aur bare kimeet par indian force ko apne jan se haath dhona para...................sath hi naksliyeo ne 10000 se jyda nirdoshh logo ko apne jan se haat dhona para............................is liye naksali ko bhi aatankiyo ke list me add kr dena chaye.....

Anonymous said...

sir je is aatankwadiyo ke list se pta chalta hi ke hamare desh ko aane wale smay me inse se kaphi alert rahna hoga.............nahi to hamare desh ko gambhir smasya se gujrni paregi...........................................sir je ek baat aur aaj hamara desh naksliyo se jujh raha hi aur bare kimeet par indian force ko apne jan se haath dhona para...................sath hi naksliyeo ne 10000 se jyda nirdoshh logo ko apne jan se haat dhona para............................is liye naksali ko bhi aatankiyo ke list me add kr dena chaye.....